किताबों की दुनिया का सच समझ पाने के वास्ते हमें उस वक़त में लौटना पड़ेगा जब किताब आतंक की तरह हमारा पीछा करती थी, संसार के सारे धर्मग्रन्थ इसी आतंक का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन इस बात से कौन इनकार कर सकता है कि किताबें ज्ञान का सबसे बड़ा मध्यम हैं, और इसी की तलाश में आदमी दर दर भटकता ही और यही इनकी खूबसूरती है। मुझे बर्टन रसल कि एक किताब अनार्मड विक्टरी की जरूरत महसूस हुई तो मैंने खुद और अपने दोस्तों के माध्यम से पूरे भारत में इस किताब कि तलाश करवाई पर यह पूरी जद्दोजहद के बाद मिली शिमला के अडवांस स्टडी इंस्टीट्यूट में , वह भी लड़ झगड़ कर, तब मालूम पड़ा कि किताब को पाने का सच क्या है।
Thursday, March 12, 2009
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bahut achhaa shyam from mumbai
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